Haryana Police tops in blocking numbers used in cyber crimes

हरियाणा पुलिस साइबर अपराध में इस्तेमाल नंबरों को ब्लॉक करने में अव्वल, 150 दिनों में पकड़े 1668 साइबर अपराधी, स्थापित किए नए कीर्तिमान

Haryana Police tops in blocking numbers used in cyber crimes

Haryana Police tops in blocking numbers used in cyber crimes

Haryana Police tops in blocking numbers used in cyber crimes- चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस ने साइबर अपराध में संलिप्त मोबाइल नंबरों को ब्लॉक करने में देशभर में पहला स्थान प्राप्त किया है। साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर यह हरियाणा पुलिस की दूसरी बड़ी उपलब्धि है जिसकी देशभर में प्रशंसा हो रही है। राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल के अनुसार 1 जनवरी 2024 से लेकर 31 अप्रैल 2024 तक देश भर में साइबर अपराध में शामिल कुल 5 लाख 46 हजार मोबाइल नंबर ब्लॉक किए गए जिनमें से 1 लाख 11 हजार मोबाइल नंबर हरियाणा पुलिस द्वारा बंद करवाए गए जोकि देशभर में ब्लॉक किए गए नंबरों का लगभग 20 प्रतिशत है। इस प्रकार हरियाणा पुलिस साइबर अपराधियों के मोबाइल नंबर ब्लॉक करवाने में भी देशभर में पहले स्थान पर पहुंच गई है।

श्री कपूर ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ बैंक खाता संबंधी निजी जानकारी जैसे ओटीपी, बैंक अकाउंट नंबर तथा आईएफएससी कोड आदि सांझा ना करें। किसी अनजान लिंक पर क्लिक ना करें। गूगल आदि पर दिखाए जाने वाले किसी भी विज्ञापन में दिखाए जाने वाले लुभावने ऑफर्स के झांसे में ना आएं। साइबर फ्रॉड होने पर शुरूआती एक घंटे में हरियाणा पुलिस के हैल्पलाइन नंबर 1930 पर तुरंत संपर्क करें।

अकेले नूंह जिला में पकड़े 18 हजार 886 साइबर अपराधी

दूसरा साइबर अपराधियों की धरपकड़ को लेकर हरियाणा में हॉटस्पॉट क्षेत्रो की पहचान करते हुए उन्हें सूचीबद्ध किया गया जहां से साइबर फ्रॉड के सबसे अधिक फोन किए जाते हैं। प्राप्त सूची का विश्लेषण करने पर पाया गया कि हरियाणा के जिला नूंह से इस प्रकार के मामले सबसे अधिक रिपोर्ट किए जा रहे हैं। इसके बाद हरियाणा पुलिस ने जिला नूह में विशेष अभियान चलाते हुए साइबर अपराधियों को पकडऩे के लिए योजना बनाई। इस दौरान यह भी पाया गया कि जिला नूह में सक्रिय साइबर अपराधियों द्वारा अन्य राज्यों से मोबाइल नंबर लाकर उनका इस्तेमाल साइबर फ्रॉड के लिए किया जा रहा है। हरियाणा पुलिस ने इस विशेष अभियान के तहत जिला नूह में 18,886 मोबाइल नंबरों को ब्लॉक करवाया। इसी दिशा में हरियाणा पुलिस द्वारा एयरटेल कंपनी के साथ पार्टनरशिप करते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित समाधान विकसित करने पर भी काम किया जा रहा है।

अस्त्र साफ्टवेयर से बंद करवाए 4,96,562 मोबाइल नंबर

तीसरा दूरसंचार विभाग के सहयोग से तैयार किए गए ‘अस्त्र‘ सॉफ्टवेयर के माध्यम से भी 4,96,562 मोबाइल नंबरों को ब्लॉक करवाया गया। इन मोबाइल नंबरों को जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल करते हुए साइबर फ्रॉड में इस्तेमाल किया जा रहा था। ‘अस्त्र‘ नामक सॉफ्टवेयर के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तथा फैशियल रिकॉग्निशन टूल का इस्तेमाल करके इन मोबाइल नंबरों को ब्लॉक करवाने में सफलता प्राप्त की गई। हरियाणा पुलिस द्वारा साइबर अपराधियों की लोकेशन आदि संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी को संबंधित राज्यों के साथ भी सांझा किया जाता है ताकि त्वरित कार्रवाई करते हुए साइबर अपराधियों की धरपकड़ की जा सके।

बड़े बैंक व हरियाणा पुलिस का एक्शन प्लॉन

उन्होंने बताया कि हरियाणा में 29 साइबर पुलिस थाने भी खोले गए जहां की अनुभवी व प्रशिक्षित टीमों द्वारा साइबर अपराधियों को पकडऩे के लिए हरियाणा सहित अन्य राज्यों में भी रेड की जाती है। इसी प्रकार, आई4सी में हरियाणा पुलिस के 4 अधिकारी तैनात किए गए जो देशभर के 20 बड़े बैंको के साथ मिलकर साइबर फ्रॉड रोकने के लिए एक मंच पर कार्य कर रहे हैं। हरियाणा पुलिस की टीम के साथ वर्तमान में 9 बड़े बैंको के 14 नोडल अधिकारी काम कर रहे हैं ताकि साइबर फ्रॉड होने पर त्वरित कार्रवाई करके राशि को बैंक खाते में फ्रिज किया जा सके।

रोजाना लगभग 11 साइबर अपराधियों को किया जा रहा है गिरफ्तार

इस बारे में जानकारी देते हुए पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि साइबर अपराधियों द्वारा रोजाना नए-नए तरीके अपना कर लोगों को साइबर ठगी का शिकार बनाया जा रहा है ऐसे में हरियाणा पुलिस का प्रयास है कि साइबर अपराधियों से एक कदम आगे सोचते हुए उनकी धरपकड़ की जाए। इसी कड़ी में हरियाणा पुलिस द्वारा 1 जनवरी 2024 से लेकर 31 मई 2024 तक अलग-2 क्षेत्रों से 1668 साइबर अपराधियों को गिरफतार किया गया। इनमें से लगभग 400 साइबर अपराधी हरियाणा राज्य से है जबकि लगभग 1200 साइबर अपराधियों को देशभर में साइबर अपराध के हॉटस्पॉट क्षेत्र जैसे आसाम, राजस्थान, झारखंड, उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों में रेड करके पकड़ा गया। इस प्रकार, हरियाणा पुलिस द्वारा रोजाना 11 साइबर अपराधियों को गिरफतार किया जा रहा है। हरियाणा पुलिस द्वारा देशभर में ऐसे 50 हॉटस्पॉट क्षेत्रों को सूचीबद्ध किया गया है जहां से साइबर अपराध के मामले सबसे अधिक रिपोर्ट किए जाते हैं।

टेलीकॉम कंपनियों के साथ बनाई प्रभावी रणनीति

श्री कपूर ने बताया कि साइबर अपराध में इस्तेमाल होने वाले मोबाइल नंबरों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि साइबर अपराधियों द्वारा इन मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल करते हुए लोगों के साथ साइबर ठगी की जाती है। साइबर अपराध में शामिल इन नंबरों को बंद करवाने के लिए प्रभावी योजना बनाई गई। इन मोबाइल नंबरों को ब्लॉक करने को लेकर तीन प्रकार के एक्शन प्लान बनाए गए। सबसे पहले साइबर हेल्पलाइन पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतों में इस्तेमाल किए गए नंबरों का विवरण निकाला गया और इन्हे ब्लॉक करवाने की कार्रवाई शुरू की गई। हरियाणा पुलिस द्वारा टेलीकॉम कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की गई और संदिग्ध मोबाइल नंबरों को बंद करवाने की कार्ययोजना तैयार की गई और 1,11,349 मोबाइल नंबर को ब्लॉक करवाया गया जो कि देशभर में सबसे अधिक है।